Monday, June 24, 2024

त्रिपुरा के गोमती जिले में तनाव फैल गया, क्योंकि हिंदू व्यक्ति के घर के सामने कटा हुआ गाय का सिर मिला।

 त्रिपुरा के गोमती जिले में एक हिंदू व्यक्ति के घर के सामने एक कटा हुआ गाय का सिर पाया गया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। यह घटना उदयपुर के सुकांतपल्ली में हुई, जहां मंगलवार सुबह 4:30 बजे कटा हुआ सिर बरामद किया गया। पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है।



पृष्ठभूमि


इस क्षेत्र में इस तरह की घटना का यह पहला मामला नहीं है। इस साल अप्रैल में, उत्तरी त्रिपुरा जिले में एक हिंदू निवास के आंगन में गाय का सिर रखने के लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। इन घटनाओं के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है, लेकिन इनसे स्थानीय लोगों में व्यापक बेचैनी पैदा हुई है।


प्रतिक्रिया


पुलिस ने आश्वासन दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है और ऐसा लगता है कि यह सार्वजनिक अशांति पैदा करने का प्रयास है। स्थानीय भाजपा नेता प्रबीर दास ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी मांग की है कि पुलिस घटना के लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान करे और उन्हें दंडित करे।


पिछली घटनाएँ


सितंबर 2021 में त्रिपुरा में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें गोमती समेत कई जिलों में हमले और जवाबी हमले की घटनाएँ सामने आई थीं। यह हिंसा सीपीएम द्वारा भाजपा पर कथित हमले के कारण भड़की थी, और इससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी।


जांच


पुलिस घटना की जांच कर रही है और अपराधियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। घटना के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि यह सांप्रदायिक दरार पैदा करने की कोशिश थी। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।

People want action, not drama, from Oppn': PM Modi ahead of 18th Lok Sabha

 18वीं लोकसभा के उद्घाटन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के लोग सांसदों से "बातचीत और परिश्रम" की अपेक्षा करते हैं, न कि "अशांति"। उन्होंने विपक्ष से नारों और नाटक की बजाय सार पर ध्यान देने का आग्रह किया।


नारों की बजाय सार


नए संसद भवन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि लोग सांसदों से नारों की नहीं, बल्कि सार की अपेक्षा करते हैं। उन्होंने विपक्ष से अनावश्यक नाटक करने से बचने और इसके बजाय रचनात्मक बहस में शामिल होने की अपील की।


जिम्मेदार विपक्ष का आह्वान


प्रधानमंत्री ने सदन में रचनात्मक और सम्मानजनक संवाद की आवश्यकता पर जोर देते हुए जिम्मेदार विपक्ष का भी आह्वान किया। उन्होंने विपक्ष से देश के ज्वलंत मुद्दों को सुलझाने और आम आदमी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।


संसदीय लोकतंत्र का एक नया युग


पीएम मोदी ने इस दिन को भारत की लोकतांत्रिक यात्रा में एक मील का पत्थर बताया, उन्होंने कहा कि देश ने दुनिया के सबसे बड़े चुनावों को देखा है, जो बहुत धूमधाम से संपन्न हुए, जो गर्व का क्षण है। उन्होंने लगातार तीसरी बार सरकार चुनने के लिए भारत के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।


नए सांसदों को संदेश


नए चुने गए सांसदों का स्वागत करते हुए, पीएम मोदी ने उन्हें उनकी जीत पर बधाई दी और उनसे 2047 तक एक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम करने का आग्रह किया। उन्होंने देश की सेवा के लिए सभी को साथ लेकर चलने और आम सहमति बनाने के महत्व पर जोर दिया।


मुख्य उद्धरण


"भारत को जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है। लोग नारे नहीं, बल्कि सार चाहते हैं; वे संसद में व्यवधान नहीं, बल्कि बहस और परिश्रम चाहते हैं।"


"देश के लोगों ने सरकार को जनादेश दिया है, और हम उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तीन गुना अधिक मेहनत करेंगे।"

* "आज संसदीय लोकतंत्र में एक गौरव का दिन है; यह गौरव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार यह शपथ समारोह हमारी नई संसद में हो रहा है।"

Sunday, June 23, 2024

सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल

 हाल ही में आई खबरों के अनुसार, सोनाक्षी सिन्हा 23 जून को जहीर इकबाल के साथ शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं। यह जोड़ा पिछले दो सालों से रिलेशनशिप में है और इसने अपने रिश्ते को निजी रखा है। हालांकि, उनकी शादी की तैयारियां और जश्न सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे हैं।


इस जोड़े के प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन की तस्वीरें


इस जोड़े के प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई हैं, जिसमें उनकी खुशी और आनंद दिखाई दे रहा है। इन तस्वीरों में जोड़े की अपने परिवार और दोस्तों के साथ तस्वीरें शामिल हैं, साथ ही दोनों के बीच कुछ अंतरंग पल भी हैं।


शादी में शामिल हुए परिवार के सदस्य और दोस्त


शादी समारोह में जोड़े के परिवार के सदस्य और दोस्त शामिल हुए, जिनमें सोनाक्षी के माता-पिता शत्रुघ्न और पूनम सिन्हा और उनके भाई लव और कुश सिन्हा शामिल थे। जोड़े के परिवार इस खास मौके पर एक-दूसरे की कंपनी का आनंद लेते और एक-दूसरे के साथ घुलते-मिलते नजर आए।



शादी समारोह की तस्वीरें


शादी समारोह की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की गई हैं, जिसमें जोड़े को एक-दूसरे को वचन देते और अंगूठियां पहनाते हुए दिखाया गया है। तस्वीरों में जोड़े के परिवार और दोस्तों की खुशी भी दिखाई दे रही है, क्योंकि वे सोनाक्षी और ज़हीर के मिलन का जश्न मना रहे हैं।


सोशल मीडिया पर वायरल


शादी की तस्वीरें और अपडेट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जोड़े के प्रशंसक और अनुयायी उत्सुकता से घटनाक्रम का अनुसरण कर रहे हैं। जोड़े की शादी मनोरंजन उद्योग में एक महत्वपूर्ण घटना है, और उनके प्रशंसक उन्हें शादी के बंधन में बंधते हुए देखकर रोमांचित हैं।


एक निजी मामला


ध्यान के बावजूद, जोड़े ने अपनी शादी को एक निजी मामला रखा है, जिसमें केवल करीबी परिवार और दोस्त ही शामिल हुए हैं। जोड़े ने अपने निजी जीवन को निजी रखने का फैसला किया है, और उनकी शादी कोई अपवाद नहीं है।


कुल मिलाकर, सोनाक्षी सिन्हा और ज़हीर इकबाल की शादी की तस्वीरें प्रशंसकों और अनुयायियों के लिए एक उपहार रही हैं, जो उन्हें जोड़े के विशेष दिन की एक झलक देती हैं।

Saturday, June 22, 2024

T20 World Cup 2024, India vs Afghanistan

 भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल दो मैचों में दो जीत के साथ सुपर 8 ग्रुप 1 तालिका में शीर्ष पर है, जबकि अफगानिस्तान एक जीत और एक हार के साथ तीसरे स्थान पर है। सोमवार को भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाला मैच दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इससे सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने की उनकी संभावनाएँ निर्धारित होंगी।



भारत की स्थिति


भारत का सेमीफाइनल में पहुँचना लगभग तय है, क्योंकि उसका नेट रन रेट (NRR) +2.425 है। हालांकि, अफगानिस्तान के खिलाफ जीत से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि वह ग्रुप में शीर्ष पर रहेगा और सेमीफाइनल में सीधे प्रवेश करेगा। दूसरी ओर, हार से वे ऑस्ट्रेलिया-अफगानिस्तान मैच के परिणाम के आधार पर दूसरे स्थान पर खिसक सकते हैं।


अफगानिस्तान की स्थिति


दूसरी ओर, अफगानिस्तान को सेमीफाइनल की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए जीत की जरूरत है। हार से वे टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे, जबकि जीत से वे सेमीफाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बने रहेंगे। उन्हें भारत की बल्लेबाजी को सीमित करने और फिर प्रतिस्पर्धी स्कोर का पीछा करने के लिए अपने स्पिनरों, राशिद खान और मुजीब उर रहमान पर निर्भर रहना होगा।


देखने के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी


भारत के लिए, सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह पर नज़र रखने वाले महत्वपूर्ण खिलाड़ी होंगे। यादव शानदार फॉर्म में हैं, उन्होंने अफ़गानिस्तान के खिलाफ़ पिछले मैच में 60 रन बनाए, जबकि बुमराह टूर्नामेंट में अब तक भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ रहे हैं।


अफ़गानिस्तान के लिए, राशिद खान और फ़ज़लहक फ़ारूक़ी महत्वपूर्ण होंगे। खान टूर्नामेंट में उनके सबसे सफल गेंदबाज़ रहे हैं, जबकि फ़ारूक़ी ने गेंद से प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। सलामी बल्लेबाज़ रहमानुल्लाह गुरबाज़ भी महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि उन्हें पारी की मज़बूत शुरुआत देनी होगी।


भविष्यवाणी


भारत की मज़बूत बल्लेबाज़ी लाइनअप और अफ़गानिस्तान की संघर्षरत बल्लेबाज़ी को देखते हुए, यह संभावना है कि भारत विजयी होगा। हालाँकि, अफ़गानिस्तान के स्पिनर भारत के बल्लेबाज़ों के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं, और एक करीबी मैच की उम्मीद है। परिणाम इस बात पर निर्भर करेगा कि अफ़गानिस्तान के बल्लेबाज़ भारत के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के साथ कितनी अच्छी तरह तालमेल बिठा पाते हैं।


मैच विवरण


दिनांक: सोमवार, 24 जून, 2024

समय: शाम 7:00 बजे IST

स्थान: ग्रोस आइलेट, सेंट लूसिया

लाइव स्ट्रीमिंग: स्टार स्पोर्ट्स और हॉटस्टार

Friday, June 21, 2024

रायपुर में नए राशनकार्ड के लिए रिश्वत फ्री में बांटने की जगह हो रही वसूली; वीडियो बनते ही दफ्तर छोड़कर भागा अधिकारी

 हाल ही में आई खबरों के अनुसार रायपुर में नए राशन कार्ड का वितरण मुफ़्त में नहीं बल्कि रिश्वत लेकर किया जा रहा है। खबरों के अनुसार अधिकारी उन लोगों से रिश्वत ले रहे हैं जो राशन कार्ड के लिए पात्र हैं, जबकि यह राशन कार्ड गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) लोगों को मुफ़्त में वितरित किया जाना है।




एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक अधिकारी को रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद दफ़्तर से भागते हुए दिखाया गया है। अधिकारी को एक ऐसे व्यक्ति से पैसे लेते हुए देखा गया जो नया राशन कार्ड बनवाना चाहता था। इस घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है और राशन कार्ड वितरण प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों की ईमानदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


बीपीएल लाभार्थियों को परेशान किया जा रहा है


खबरों के अनुसार बीपीएल लाभार्थियों को परेशान किया जा रहा है और उनसे राशन कार्ड के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं, जबकि यह राशन कार्ड मुफ़्त में वितरित किया जाना है। इससे उन लोगों को बहुत असुविधा और परेशानी हो रही है जो पहले से ही अपना पेट पालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।


कार्रवाई की ज़रूरत


यह ज़रूरी है कि अधिकारी इस मुद्दे को हल करने के लिए तुरंत कार्रवाई करें और सुनिश्चित करें कि राशन कार्ड निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से वितरित किए जाएँ। रिश्वत कांड में शामिल अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और तदनुसार दंडित किया जाना चाहिए। सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि बीपीएल लाभार्थियों को बिना किसी उत्पीड़न या भ्रष्टाचार के उनके राशन कार्ड मिलें।

क्या हिज़्बुल्लाह की मिसाइलें, ड्रोन इज़रायल के प्रसिद्ध आयरन डोम को नष्ट कर सकते हैं?

 हाल की रिपोर्टों के अनुसार, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पूर्ण युद्ध की स्थिति में हिजबुल्लाह के मिसाइलों और ड्रोनों का शस्त्रागार संभावित रूप से इजरायल के आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली को पराजित कर सकता है। आयरन डोम मिसाइलों और रॉकेटों के खिलाफ इजरायल की प्राथमिक रक्षा रही है, लेकिन हिजबुल्लाह के हथियारों की विशाल संख्या और उन्नत क्षमताएं इस प्रणाली को इसकी सीमाओं तक धकेल सकती हैं।



हिजबुल्लाह का शस्त्रागार:


हिजबुल्लाह के पास अनुमानित 100,000 रॉकेट और मिसाइल हैं, जो संभावित रूप से आयरन डोम की क्षमता को पराजित कर सकते हैं।

समूह ने कम उड़ान वाले, उच्च गति वाले मॉडल सहित परिष्कृत ड्रोन भी विकसित किए हैं जो रडार द्वारा पता लगाने से बच सकते हैं।


आयरन डोम की सीमाएँ:


इस प्रणाली में सीमित संख्या में इंटरसेप्टर मिसाइलें हैं, जो बड़े पैमाने पर हमले की स्थिति में जल्दी खत्म हो सकती हैं।

आयरन डोम के रडार सिस्टम आने वाली मिसाइलों और ड्रोनों की विशाल संख्या के कारण पराजित हो सकते हैं।

इस प्रणाली की प्रभावशीलता का परीक्षण पिछले संघर्षों में किया गया है, लेकिन इसे कभी भी हिजबुल्लाह के शस्त्रागार से पूर्ण पैमाने पर हमले का सामना नहीं करना पड़ा है।


अमेरिका की चिंताएँ:


अमेरिकी अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की है कि हिजबुल्लाह के साथ युद्ध की स्थिति में कम से कम कुछ आयरन डोम बैटरियाँ डूब जाएँगी।

अमेरिका ने अपने डर को इज़राइल के साथ साझा किया है, चेतावनी दी है कि देश के उत्तरी भाग में इसकी हवाई सुरक्षा हिजबुल्लाह के शस्त्रागार के लिए असुरक्षित हो सकती है।


निष्कर्ष:**


जबकि आयरन डोम पिछले हमलों से इज़राइल की रक्षा करने में प्रभावी रहा है, हिजबुल्लाह के विशाल शस्त्रागार के साथ पूर्ण युद्ध की संभावना मिसाइलों और ड्रोन की विशाल संख्या का सामना करने की प्रणाली की क्षमता के बारे में चिंताएँ पैदा करती है। इस तरह के संघर्ष का परिणाम विभिन्न कारकों पर निर्भर करेगा, जिसमें इज़राइल की सैन्य प्रतिक्रिया की प्रभावशीलता, हिजबुल्लाह की रणनीति का परिष्कार और आयरन डोम प्रणाली की लचीलापन शामिल है।

Thursday, June 20, 2024

पटना हाईकोर्ट से बिहार आरक्षण कानून रद्द,

 पटना उच्च न्यायालय ने बिहार आरक्षण कानून को रद्द कर दिया है, जिसके तहत आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईबीसी), अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण कोटा बढ़ाकर 65% कर दिया गया था। यह फैसला राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने लिया था। 



मुख्य बिंदु:


पटना उच्च न्यायालय ने ईबीसी, ओबीसी, एससी और एसटी के लिए आरक्षण कोटा बढ़ाकर 65% करने के बिहार सरकार के फैसले को खारिज कर दिया है।

सरकार ने 2023 में आरक्षण कोटा बढ़ाकर 65% कर दिया था, जिसे अदालत में चुनौती दी गई थी।

अदालत का यह फैसला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के लिए झटका है, जिसने राज्य में पिछड़े वर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए आरक्षण नीति लागू की थी।

सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए आरक्षण कोटा बढ़ाकर 65% किया गया था।


पृष्ठभूमि:


बिहार सरकार ने 2023 में आरक्षण कोटा बढ़ाकर 65% कर दिया था, जो पिछले 50% कोटे से काफी अधिक था।

यह निर्णय ईबीसी, ओबीसी, एससी और एसटी सहित पिछड़े वर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए लिया गया था, जो राज्य में भेदभाव और हाशिए पर रहने का सामना कर रहे थे। आरक्षण नीति का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि पिछड़े वर्गों को सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में उचित प्रतिनिधित्व मिले। प्रभाव: आरक्षण नीति को रद्द करने के पटना उच्च न्यायालय के फैसले का राज्य के पिछड़े वर्गों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस फैसले से सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के प्रतिनिधित्व में कमी आ सकती है। इस फैसले से पिछड़े वर्गों की ओर से भी नाराजगी हो सकती है, जो सरकार से अधिक प्रतिनिधित्व और लाभ की उम्मीद कर रहे थे। निष्कर्ष: आरक्षण नीति को रद्द करने का पटना उच्च न्यायालय का फैसला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक झटका है, जिसने पिछड़े वर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए नीति लागू की थी। इस फैसले का सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के प्रतिनिधित्व पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। * पिछड़े वर्गों को राज्य में उचित प्रतिनिधित्व मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार को अपनी आरक्षण नीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता हो सकती है।

अल्मोड़ा में बस खाई में गिर गई।

 सोमवार, 4 नवंबर, 2024 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक भयानक बस दुर्घटना हुई, जिसमें 36 लोगों की जान चली गई और 24 अन्य घायल हो गए। निजी...