अयोध्या बलात्कार मामला: आरोपी सपा नेता की बेकरी ध्वस्त, राजनीतिक विवाद
4 अगस्त, 2024 को अयोध्या जिला प्रशासन ने समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और 12 वर्षीय लड़की से सामूहिक बलात्कार मामले में आरोपी मोइद खान की बेकरी ध्वस्त कर दी। इस घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, जिसमें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी सपा दोनों के बीच तीखी बहस चल रही है।
मुख्य घटनाक्रम:
1. बेकरी के मालिक और सपा पदाधिकारी मोइद खान और उनके कर्मचारी राजू खान को 30 जुलाई को नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, जो बेकरी में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करती थी।
2. भाजपा ने मोइद खान को सपा के फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद से जोड़ते हुए दावा किया कि आरोपी सांसद की टीम का सदस्य था।
3. भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बलात्कार पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और मुआवजे में वृद्धि (₹5 लाख से ₹25 लाख) और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
4. सपा नेताओं पर मामले को निपटाने के लिए परिवार को वित्तीय मुआवज़ा देने का आरोप है, जिसे परिवार ने अस्वीकार कर दिया है।
5. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने आरोप लगाया है कि बलात्कार पीड़िता की माँ पर मामले में समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है।
प्रतिक्रियाएँ:
1. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दोषियों को "कड़ी से कड़ी सज़ा" दिलाने का संकल्प लिया और कहा कि उनकी आने वाली पीढ़ियाँ इसे याद रखेंगी।
2. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मामले की संवेदनशीलता का हवाला देते हुए अदालत से बलात्कार पीड़िता को सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया और आरोपियों की डीएनए जाँच की माँग की।
3. बसपा नेता मायावती ने मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया और अखिलेश यादव की डीएनए जाँच की माँग की आलोचना की और उन पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
संदर्भ:
अयोध्या बलात्कार मामला एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है, जिसमें दोनों पक्ष आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। भाजपा ने इस घटना को भुनाने की कोशिश की है और सपा तथा उसके नेताओं पर निशाना साधा है, जबकि सपा ने भाजपा पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने तथा अपने कथित भ्रष्टाचार और कुशासन से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। बसपा ने इस मामले से दूर रहने का प्रयास किया है तथा मामले से निपटने के लिए दोनों दलों की आलोचना की है।