रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने कथित तौर पर ईरानी सुरक्षा एजेंटों को उत्तरी तेहरान में एक गेस्टहाउस के तीन कमरों में विस्फोटक लगाने के लिए नियुक्त किया, जहाँ हमास के राजनीतिक ब्यूरो के पूर्व नेता इस्माइल हनीयेह रह रहे थे। प्रारंभिक योजना मई में हनीयेह की हत्या करने की थी, जब वे पूर्व ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार के लिए तेहरान की यात्रा पर थे, लेकिन बड़ी भीड़ और विफलता के उच्च जोखिम के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।
ऑपरेशन विवरण
दो ईरानी अधिकारियों ने द टेलीग्राफ से बात करते हुए खुलासा किया कि मोसाद के गुर्गों ने:
1. हनीयेह द्वारा तेहरान की अपनी यात्राओं के दौरान उपयोग किए जाने वाले सटीक कमरे की पहचान की।
2. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और रिमोट कंट्रोल का उपयोग करके पहले से ही उच्च तकनीक वाले विस्फोटक उपकरण लगाए।
3. हनीयेह की गतिविधियों पर नज़र रखने और उसके अनुसार अपनी योजना को समायोजित करने के लिए निगरानी फुटेज का इस्तेमाल किया।
4. उच्च पदस्थ अधिकारियों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अंसार-अल-महदी सुरक्षा इकाई के दो एजेंटों को विस्फोटक लगाने के लिए तैनात किया।
5. बुधवार की सुबह दूर से उपकरणों को विस्फोटित किया, जिसके परिणामस्वरूप हनीयेह की मौत हो गई।
ईरानी प्रतिक्रिया
ईरानी अधिकारियों ने हत्या की पुष्टि की है और इस ऑपरेशन के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने जवाबी कार्रवाई का आदेश दिया, जिसमें कहा गया कि हनीयेह की मौत का बदला लेना ईरान का "कर्तव्य" है। IRGC ने सुरक्षा उल्लंघन की जांच शुरू की है और दर्जनों संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
निहितार्थ
हत्या मोसाद की ईरानी सुरक्षा तंत्र में घुसपैठ करने और हेरफेर करने की क्षमता, साथ ही ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए स्थानीय एजेंटों का उपयोग करने की उसकी इच्छा को उजागर करती है। इस घटना से इज़राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ सकता है, जिससे संभावित रूप से क्षेत्रीय संघर्ष हो सकता है। हमास ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है, और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह का नेतृत्व अब अव्यवस्थित है।