कोलकाता बलात्कार मामला: सीबीआई ने आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर झूठ पकड़ने वाली मशीन से जांच पूरी की
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आरजीकेएमसीएच) में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले की जांच के तहत संस्थान के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर पॉलीग्राफ जांच का दूसरा दौर पूरा कर लिया है।
घोष उन पांच व्यक्तियों में शामिल हैं, जिनका सोमवार को झूठ पकड़ने वाली मशीन से जांच किया गया, शनिवार को शुरुआती दौर की जांच के बाद। सीबीआई वित्तीय अनियमितताओं और अपराध में संभावित संलिप्तता के आरोपों की जांच कर रही है।
प्रमुख घटनाक्रम
सीबीआई ने संदीप घोष और चार अन्य व्यक्तियों पर पॉलीग्राफ जांच का दूसरा दौर किया, जिसमें आरोपी संजय रॉय भी शामिल है, जो फिलहाल हिरासत में है।
सूत्रों के अनुसार, संजय रॉय पर झूठ पकड़ने वाली मशीन से जांच में पहले कई "झूठे और अविश्वसनीय जवाब" मिले थे।
घोष के पॉलीग्राफ जांच के नतीजे सार्वजनिक रूप से नहीं बताए गए हैं, लेकिन आरजीकेएमसीएच में वित्तीय अनियमितताओं की सीबीआई की जांच जारी है।
पृष्ठभूमि**
कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले में 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित यौन उत्पीड़न और हत्या शामिल है। कोलकाता पुलिस के एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और तब से उसका पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है। सीबीआई ने 13 अगस्त को कोलकाता पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली।