30 जुलाई, 2024 को झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के चक्रधरपुर के पास हावड़ा-सीएसएमटी मुंबई मेल ट्रेन के 18 डिब्बे पटरी से उतर जाने से एक बड़ी दुर्घटना हुई। यह घटना सुबह 3:45 बजे हुई, जिसके परिणामस्वरूप दो लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए।
प्रतिक्रिया और राहत प्रयास
भारतीय रेलवे ने ट्रेन में सवार यात्रियों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए एक हेल्पलाइन डेस्क स्थापित की है। दुर्घटना राहत चिकित्सा उपकरण (ARME) टीम, CKP (चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन) के कर्मचारियों और अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधकों के साथ, स्थिति को संभालने के लिए घटनास्थल पर पहुँची। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम भी घटनास्थल पर भेजी गई।
रद्दीकरण और मार्ग परिवर्तन
दुर्घटना के कारण, कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, मार्ग परिवर्तित कर दिया गया या उन्हें बीच में ही रोक दिया गया। इनमें शामिल हैं:
5 ट्रेनें रद्द
4 ट्रेनें बीच में ही समाप्त हो गईं या बीच में ही शुरू हो गईं
18114 बिलासपुर-टाटा एक्सप्रेस राउरकेला में बीच में ही समाप्त हो गईं
18190 एर्नाकुलम-टाटा एक्सप्रेस चक्रधरपुर में बीच में ही समाप्त हो गईं
18011 हावड़ा-चक्रधरपुर एक्सप्रेस आगरा में बीच में ही समाप्त हो गईं
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
समाजवादी पार्टी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित विपक्षी दलों ने खराब रेल सुरक्षा रिकॉर्ड और जवाबदेही की कमी को लेकर केंद्र सरकार और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की आलोचना की।
मुख्य आँकड़े
18 डिब्बे पटरी से उतरे
2 मौतें
20 घायल
* घटना दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर डिवीजन के अंतर्गत बड़ाबांबू के पास सुबह 3:45 बजे हुई