बांग्लादेश के अलकायदा समर्थक इस्लामिस्ट जशीमुद्दीन रहमानी ने भारत की स्थिरता के लिए चौंकाने वाली धमकी दी है, उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से "बंगाल को मोदी के शासन से मुक्त करने" और स्वतंत्रता की घोषणा करने का आग्रह किया है। यह खतरनाक बयान 14 सितंबर, 2024 को दिया गया था। रहमानी की धमकी बांग्लादेश में बढ़ते कट्टरपंथ और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए इसके संभावित निहितार्थों की एक कड़ी याद दिलाती है। उनकी कार्रवाई का आह्वान न केवल भारत की संप्रभुता के लिए एक सीधी चुनौती है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी खतरा है। भारत सरकार के लिए इस घटनाक्रम पर तत्काल ध्यान देना और बांग्लादेश से किसी भी संभावित हमले या घुसपैठ को रोकने के लिए अपने आतंकवाद विरोधी उपायों को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। सरकार को क्षेत्र में कट्टरपंथ और उग्रवाद के मूल कारणों को दूर करने के लिए बांग्लादेश के साथ भी जुड़ना चाहिए। इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सतर्क रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी सरकार राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। पश्चिम बंगाल के लोगों को सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है, और उन्हें ऐसे खतरों से बचाना सरकार की जिम्मेदारी है।
मुख्य बातें
अलकायदा समर्थक बांग्लादेशी इस्लामिस्ट जशीमुद्दीन रहमानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भारत से स्वतंत्रता की घोषणा करने का आग्रह करके भारत की स्थिरता को खतरे में डाला है।
रहमानी का बयान भारत की संप्रभुता के लिए एक सीधी चुनौती है और इसकी आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है।
भारत सरकार को अपने आतंकवाद विरोधी उपायों को मजबूत करना चाहिए और क्षेत्र में कट्टरपंथ और उग्रवाद को संबोधित करने के लिए बांग्लादेश के साथ जुड़ना चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी सरकार पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था बनाए रखने और अपने नागरिकों को ऐसे खतरों से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।