Saturday, June 29, 2024

भारत ने जीता आईसीसी टी20 विश्व कप 2024.

 रोमांचक टूर्नामेंट के बाद, भारत 29 जून, 2024 को बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में आयोजित फाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर ICC T20 विश्व कप 2024 में विजयी हुआ है। यह भारत का दूसरा T20 विश्व कप खिताब है, पहला खिताब उसने 2007 में जीता था।



फाइनल तक का सफर


भारत का फाइनल तक का सफर शानदार रहा। उन्होंने ग्रुप स्टेज में अपने सभी मैच जीते, जिसमें यूनाइटेड स्टेट्स पर रोमांचक जीत भी शामिल है, और फिर सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 68 रन से हराया। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने भी शानदार प्रदर्शन किया, उसने अपने सभी ग्रुप मैच जीते और फिर सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को हराया।



फाइनल मैच


फाइनल मैच रोमांचक रहा, जिसमें दोनों टीमों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 7 विकेट पर 176 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और पहले ओवर में ही दो विकेट गिर गए। हालांकि, क्विंटन डी कॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने तीसरे विकेट के लिए 68 रन जोड़कर संघर्ष किया। अंत में बढ़त के बावजूद, दक्षिण अफ्रीका लक्ष्य से चूक गया और 9 विकेट पर 169 रन बनाकर आउट हो गया।


प्लेयर ऑफ द मैच


रोहित शर्मा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, उन्होंने 11 गेंदों पर 26 रन बनाए और एक विकेट भी लिया। वह टी20आई में 4,000 रन और टी20 विश्व कप में 1,000 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी भी बने।


कप्तान की प्रतिक्रिया


कप्तान विराट कोहली, जिन्होंने मैच के बाद टी20आई से संन्यास की घोषणा की, ने टीम की जीत पर खुशी जताई। "यह एक अविश्वसनीय एहसास है। हमने एक टीम के रूप में कड़ी मेहनत की है और यह देखना बहुत अच्छा है कि इसका नतीजा मिल रहा है। मुझे इस यात्रा का हिस्सा रहे हर एक खिलाड़ी पर गर्व है।"


कोच की प्रतिक्रिया


कोच राहुल द्रविड़ ने टीम के लचीलेपन और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की। "लड़कों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार चरित्र और दृढ़ संकल्प दिखाया है। हमें पता था कि यह आसान नहीं होगा, लेकिन हम अपनी गेम प्लान पर डटे रहे और अंत में इसका फ़ायदा मिला।"


प्रभाव


टी20 विश्व कप 2024 में भारत की जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो उनका दूसरा टी20 विश्व कप खिताब और 2007 के बाद से उनका पहला खिताब है। इस जीत से आगामी वनडे विश्व कप और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों से पहले टीम का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।


भविष्य


टीम अपनी जीत का जश्न मना रही है, अब वे इस गति को बनाए रखने और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर अपना दबदबा बनाए रखने की कोशिश करेंगे। एक प्रतिभाशाली युवा टीम और एक मजबूत टीम संस्कृति के साथ, भारत भविष्य में और भी बड़ी सफलता हासिल करने के लिए अच्छी स्थिति में है।

राजकोट एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा, टर्मिनल के बाहर तेज हवाओं के कारण शेड गिरा

 दिल्ली एयरपोर्ट पर पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी, जिसके बाद राजकोट एयरपोर्ट पर भी एक बड़ा हादसा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेज हवाओं के कारण एयरपोर्ट के टर्मिनल पर एक शेड गिर गया। यह हादसा टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर हुआ, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और चार लोग घायल हो गए।



दिल्ली एयरपोर्ट पर भी इसी तरह की घटना


एक दिन पहले ही दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी इसी तरह की घटना हुई थी, जहां भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण एक शेड गिर गया था। इस घटना में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और तीन लोग घायल हो गए।


दुर्घटना के कारण


राजकोट एयरपोर्ट पर हुई दुर्घटना के सही कारणों की अभी भी जांच की जा रही है। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि शेड के गिरने का मुख्य कारण तेज हवाएं थीं।


प्रतिक्रिया और बचाव प्रयास


बचाव दल को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया और घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। एयरपोर्ट अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है और यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं।


दिल्ली एयरपोर्ट की घटना से समानताएँ


राजकोट एयरपोर्ट की घटना दिल्ली एयरपोर्ट की घटना से काफी मिलती-जुलती है, जहाँ भारी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण एक शेड गिर गया था। दोनों ही घटनाएँ एयरपोर्ट के बुनियादी ढाँचे की संरचनात्मक अखंडता सुनिश्चित करने के महत्व को उजागर करती हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ मौसम की स्थिति बहुत खराब होती है।


निष्कर्ष


राजकोट एयरपोर्ट की घटना एयरपोर्ट की सुरक्षा के महत्व और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नियमित रखरखाव और निरीक्षण की आवश्यकता की याद दिलाती है। अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि एयरपोर्ट यात्रियों और कर्मचारियों के लिए सुरक्षित हो, और दुर्घटना के सटीक कारण का पता लगाने के लिए जाँच चल रही है।

33 करोड़ जीता शख्स, संभाले नहीं संभली खुशी, इतना उछला कि आ गया हार्ट अटैक.

 सिंगापुर के मरीना बे सैंड्स कैसीनो में हाल ही में हुई एक घटना ने लोगों को हैरान कर दिया है। एक व्यक्ति ने 33 करोड़ रुपये (£3.2 मिलियन) की बड़ी रकम जीती और वह बहुत खुश था, लेकिन उसका उत्साह इतना तीव्र था कि उसे दिल का दौरा पड़ गया।


रिपोर्ट के अनुसार, वह व्यक्ति कैसीनो में खेल रहा था जब उसने बड़ी रकम जीती। उसकी खुशी साफ झलक रही थी और उसे अपनी किस्मत पर यकीन नहीं हो रहा था। हालांकि, जल्द ही उसका उत्साह उस पर हावी हो गया और उसे दिल का दौरा पड़ गया।


यह घटना बड़ी सफलता के बावजूद भी शांत और संयमित व्यवहार बनाए रखने के महत्व को उजागर करती है। यह याद दिलाती है कि अत्यधिक उत्साह किसी के स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम डाल सकता है।


मुख्य बातें:


सिंगापुर के एक कैसीनो में एक व्यक्ति ने 33 करोड़ रुपये (£3.2 मिलियन) जीते।

उसका उत्साह इतना तीव्र था कि उसे दिल का दौरा पड़ गया।

* यह घटना बड़ी सफलता के बावजूद भी शांत और संयमित व्यवहार बनाए रखने की याद दिलाती है।

Thursday, June 27, 2024

राष्ट्रपति ने आपातकाल को बताया संविधान का काला अध्याय?

 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए भारतीय संविधान में आपातकाल की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार के पास आपातकाल की स्थिति घोषित करने का अधिकार है, जिससे संविधान के अनुच्छेद 19 में निहित मौलिक अधिकारों का निलंबन हो सकता है।



आपातकाल: संविधान का एक काला अध्याय


राष्ट्रपति ने आपातकाल को संविधान का एक "काला अध्याय" बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा प्रावधान है जो सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए असाधारण उपाय करने की अनुमति देता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस अवधि के दौरान सरकार की शक्तियाँ असीमित होती हैं, जबकि नागरिकों के मौलिक अधिकार निलंबित होते हैं।


सरकार का रोडमैप


अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने अगले पाँच वर्षों के लिए सरकार के रोडमैप की रूपरेखा भी बताई। उन्होंने विभिन्न योजनाओं और पहलों के सफल कार्यान्वयन सहित सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति ने देश के सामने आने वाली चुनौतियों जैसे कि मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और आय असमानता पर भी बात की।


विपक्ष की आलोचना


हालाँकि, विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण की आलोचना की और इसे मोदी सरकार के लिए "प्रचार" और "विज्ञापन" करार दिया। उन्होंने तर्क दिया कि राष्ट्रपति देश के सामने आने वाले वास्तविक मुद्दों, जैसे आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतें, किसानों की आत्महत्या और नौकरियों की कमी को संबोधित करने में विफल रहे।


निष्कर्ष


निष्कर्ष में, राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण ने भारतीय संविधान में आपातकाल की अवधारणा और अगले पाँच वर्षों के लिए सरकार के रोडमैप पर प्रकाश डाला। जहाँ विपक्षी दलों ने अभिभाषण की आलोचना की, वहीं राष्ट्रपति के भाषण में सरकार की उपलब्धियों और देश के सामने आने वाली चुनौतियों पर ज़ोर दिया गया।

Wednesday, June 26, 2024

Kalki 2898 ad box office Record-Breaking Opening Day Collection:

 रिकॉर्ड तोड़ ओपनिंग डे कलेक्शन:

प्रभास, दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन अभिनीत बहुप्रतीक्षित साइंस-फिक्शन एक्शन थ्रिलर कल्कि 2898 AD ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत की है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, फिल्म ने अपने पहले दिन दुनिया भर में ₹200 करोड़ की भारी कमाई की है, जो इसे अब तक की सबसे अधिक ओपनिंग डे कलेक्शन में से एक बनाती है।



भारत बॉक्स ऑफिस:

भारत में, फिल्म ने लगभग ₹120-140 करोड़ का कलेक्शन किया है, जिसमें तेलुगु राज्यों (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) ने लगभग ₹90-100 करोड़ का योगदान दिया है। उत्तर भारत ने लगभग ₹20 करोड़ का योगदान दिया है, जबकि कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल ने लगभग ₹15+ करोड़ का योगदान दिया है।


विदेशी बॉक्स ऑफिस:

विदेशी बाजार में, फिल्म ने लगभग ₹60-70 करोड़ का कलेक्शन किया है, जिसमें उत्तरी अमेरिका ने लगभग ₹20-25 करोड़ का योगदान दिया है।


एडवांस बुकिंग:

कल्कि 2898 AD की एडवांस बुकिंग असाधारण रही है, देशभर में 1.81 लाख से ज़्यादा टिकटें बिक चुकी हैं। फ़िल्म की वेबसाइट BookMyShow भी भारी मांग के कारण क्रैश हो गई।


उद्योग जगत की उम्मीदें:

उद्योग जगत के ट्रैकर Sacnilk का अनुमान है कि कल्कि 2898 AD अब तक की तीसरी सबसे अच्छी ओपनिंग डे कलेक्शन वाली फ़िल्म बन सकती है, जो सिर्फ़ बाहुबली 2 और RRR से पीछे है।


निष्कर्ष:

कल्कि 2898 AD ने बॉक्स ऑफ़िस पर शानदार शुरुआत की है, रिकॉर्ड तोड़ते हुए और उम्मीदों से बढ़कर। अपने पहले दिन के शानदार कलेक्शन के साथ, फ़िल्म एक बड़ी व्यावसायिक सफलता बनने के लिए तैयार है।

ओम बिरला 18वीं लोकसभा के लिए अध्यक्ष चुने गए!

 कोटा से तीन बार भाजपा सांसद रहे ओम बिरला को 26 जून, 2024 को ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया। अध्यक्ष के रूप में यह उनका लगातार दूसरा कार्यकाल है, जिससे वे 20 वर्षों में लगातार दो कार्यकाल के लिए इस पद पर आसीन होने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं।



चुनाव में ओम बिरला और कांग्रेस सांसद के सुरेश के बीच एक दुर्लभ मुकाबला देखने को मिला, क्योंकि एनडीए सरकार और विपक्षी दलों के इंडिया ब्लॉक के बीच आम सहमति नहीं बन पाई थी। हालांकि, एनडीए के पास बहुमत था और वाईएसआरसीपी ने भी ओम बिरला की उम्मीदवारी का समर्थन किया।


चुनाव के बाद, ओम बिरला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बधाई दी, जो उन्हें अध्यक्ष की कुर्सी तक ले गए। प्रधानमंत्री ने 17वीं लोकसभा में अध्यक्ष के रूप में बिरला के अनुभव की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि वे देश का मार्गदर्शन करते रहेंगे।


इंडिया ब्लॉक सहित विपक्ष ने बिरला को उनके चुनाव पर बधाई दी, लेकिन उनसे निष्पक्ष रहने और विपक्ष को सदन में खुलकर बोलने देने का भी आग्रह किया। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने उम्मीद जताई कि जनप्रतिनिधियों की आवाज को दबाया नहीं जाएगा और सदन की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी। ओम बिरला 2014 से कोटा से सांसद हैं और ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति समेत विभिन्न समितियों के सदस्य रहे हैं।

Tuesday, June 25, 2024

क्या असदुद्दीन ओवैसी को एक नारे के कारण लोकसभा से अयोग्य ठहराया जा सकता है?

 (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से नवनिर्वाचित सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने 25 जून, 2024 को लोकसभा में पद की शपथ लेते समय "जय फिलिस्तीन" का नारा लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है। नारे का मतलब है "फिलिस्तीन अमर रहे", जिस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें कुछ ने ओवैसी को लोकसभा से अयोग्य ठहराने की मांग की है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने संविधान के अनुच्छेद 102 का हवाला दिया है, जो संसद सदस्य की अयोग्यता के आधार निर्धारित करता है। मालवीय के अनुसार, ओवैसी का नारा एक विदेशी राज्य के प्रति निष्ठा को दर्शाता है, जो संविधान के तहत अयोग्यता का आधार है। मालवीय ने ट्वीट किया, "मौजूदा नियमों के अनुसार, असदुद्दीन ओवैसी को विदेशी राज्य, यानी फिलिस्तीन के प्रति निष्ठा प्रदर्शित करने के लिए लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जा सकता है।"



हालांकि, ओवैसी ने अपने कदम का बचाव करते हुए कहा कि वह केवल फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त कर रहे थे, जो मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अन्य सांसदों ने बिना किसी विरोध का सामना किए "जय भीम" और "जय तेलंगाना" सहित विभिन्न कारणों के समर्थन में नारे लगाए हैं।


इस विवाद ने संसद में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाओं और सांसदों द्वारा अपनी राय और संबद्धता को व्यक्त करने की सीमा पर बहस छेड़ दी है। जबकि कुछ लोग तर्क देते हैं कि ओवैसी का नारा उनके राजनीतिक विश्वासों की एक वैध अभिव्यक्ति थी, अन्य इसे पद की शपथ का उल्लंघन और राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा मानते हैं।


इस विवाद के बीच, लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की गरिमा और शिष्टाचार को बनाए रखने की आवश्यकता का हवाला देते हुए ओवैसी के नारे को रिकॉर्ड से हटा दिया है। हालांकि, इस मुद्दे के जल्द शांत होने की संभावना नहीं है, क्योंकि भाजपा और एआईएमआईएम दोनों ही इस मुद्दे पर बहस जारी रख सकते हैं।


अंत में, जबकि ओवैसी के नारे ने विवाद को जन्म दिया है, यह स्पष्ट नहीं है कि संविधान के अनुच्छेद 102 के तहत उन्हें लोकसभा से अयोग्य ठहराया जा सकता है या नहीं। इस मामले का फैसला लोकसभा अध्यक्ष या भारत के राष्ट्रपति द्वारा किया जा सकता है, जिनके पास संविधान के तहत संसद के किसी सदस्य को अयोग्य ठहराने का अधिकार है।

भारत ने बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है

 भारत ने हिंदू पुजारी की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया भारत ने बांग्लादेश में हिंदू पु...