Wednesday, October 9, 2024

रतन टाटा का पार्थिव शरीर जनता के दर्शन के लिए NCPA लॉन में पहुँचा

 **रतन टाटा का पार्थिव शरीर जनता के दर्शन के लिए NCPA लॉन में पहुँचा**



गुरुवार, 10 अक्टूबर, 2024 को, दिग्गज उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा का पार्थिव शरीर दक्षिण मुंबई में नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) लॉन में पहुँचा। उनके जीवन और विरासत को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पार्थिव शरीर का सार्वजनिक दर्शन सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक किया जा रहा है।


**श्रद्धांजलि और संवेदनाएँ**


टाटा के पार्थिव शरीर को ले जाने वाली शव गाड़ी के NCPA पहुँचने से पहले, मुंबई पुलिस बैंड ने उनके कोलाबा स्थित आवास के बाहर एक औपचारिक धुन बजाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों में से थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उनके उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर और उद्योगपति मुकेश अंबानी भी टाटा के निधन की खबर सुनकर अस्पताल पहुँचे।


**राजकीय अंत्येष्टि और शोक**


महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा के लिए राजकीय अंतिम संस्कार की घोषणा की है, तथा एक दिन का शोक घोषित किया गया है। राज्य भर में सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। राजकीय अंतिम संस्कार दिन में बाद में किया जाएगा, तथा अंतिम संस्कार वर्ली श्मशान घाट पर किया जाएगा।


**एनसीपीए में सार्वजनिक दर्शन**


जनता को एनसीपीए लॉन में रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए आमंत्रित किया गया है, जहां सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक अंतिम दर्शन का समय निर्धारित किया गया है। एनसीपीए प्रशासन ने गेट 3 से लॉन में प्रवेश करने तथा गेट 2 से बाहर निकलने के लिए जनता के लिए आवश्यक व्यवस्था की है।


**प्रसिद्ध आगंतुक**


आरबीआई गवर्नर केएम बिड़ला तथा एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल सहित कई प्रमुख हस्तियों ने एनसीपीए लॉन में रतन टाटा को अंतिम श्रद्धांजलि दी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार तथा एनसीपी नेता शरद पवार भी श्रद्धांजलि देने वालों में शामिल थे।


**रतन टाटा की विरासत**


रतन टाटा, जिनका 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया, को टाटा समूह को वैश्विक शक्ति में बदलने का श्रेय दिया जाता है। वे अपने नेतृत्व, परोपकार और सामाजिक कार्यों के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती है, और उनके निधन पर विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने शोक व्यक्त किया है।


**निष्कर्ष**


एनसीपीए लॉन में रतन टाटा के पार्थिव शरीर का सार्वजनिक दर्शन उनके जीवन और उपलब्धियों के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है। जब पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है, तो यह भारतीय उद्योग, परोपकार और समाज पर उनके प्रभाव की याद दिलाता है। उनकी विरासत भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित और प्रेरित करती रहेगी।

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