दत्तात्रेय रामदास गाडे, एक 36 वर्षीय व्यक्ति जिसका आपराधिक इतिहास लंबा है, पुणे बस बलात्कार मामले में आरोपी है। मंगलवार, 25 फरवरी, 2025 को, उसने पुलिस स्टेशन से लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित स्वारगेट बस स्टेशन पर खड़ी महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बस के अंदर कथित तौर पर एक 26 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार किया। गाडे, जो पिछले डकैती के मामले में 2019 से जमानत पर बाहर है, वर्तमान में फरार है, और पुणे पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई हैं।
घटना का सारांश
बलात्कार मंगलवार, 25 फरवरी, 2025 को सुबह 5:45 से 6:00 बजे के बीच हुआ। पीड़िता, एक घरेलू कामगार, सतारा के फलटन में अपने गृहनगर जाने के लिए बस का इंतज़ार कर रही थी। गाडे ने उसे "दीदी" कहा और उसे स्टेशन परिसर में कहीं और खड़ी एक खाली "शिव शाही" एसी बस में चढ़ने के लिए मना लिया। उसने अंदर अंधेरा होने के बावजूद उसे बस में चढ़ने के लिए राजी किया, दरवाज़ा बंद किया और घटनास्थल से भागने से पहले उसके साथ बलात्कार किया।
दत्तात्रय रामदास गाडे की पृष्ठभूमि
दत्तात्रय रामदास गाडे पुणे के शिरुर का निवासी है, जिसका आपराधिक गतिविधियों में इतिहास रहा है। उसके खिलाफ पुणे और पड़ोसी अहिल्यानगर जिले में चोरी, डकैती और चेन-स्नेचिंग के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, गाडे के खिलाफ चोरी और डकैती सहित कम से कम छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह डकैती के एक मामले में 2019 से जमानत पर बाहर था और उसे 2024 में चोरी के एक मामले में पुलिस स्टेशन बुलाया गया था।
पुलिस की प्रतिक्रिया और तलाशी
पुणे पुलिस ने गाडे को पकड़ने के लिए तेजी से कार्रवाई की है। उन्होंने उसकी तलाश के लिए आठ विशेष टीमें बनाई हैं और एक खोजी कुत्ते दस्ते को तैनात किया है। पुलिस सुराग के लिए स्वारगेट बस स्टेशन और आस-पास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। गाडे की गिरफ्तारी के लिए किसी भी सूचना के लिए 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है, और सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
राजनीतिक और सार्वजनिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने पुणे और पूरे महाराष्ट्र में व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है। एनसीपी (एसपी) नेता और बारामती की सांसद सुप्रिया सुले सहित विपक्षी नेताओं ने क्षेत्र में अपराध को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने गाडे के लिए मृत्युदंड की मांग की है और पुणे पुलिस आयुक्त को मामले की गहन जांच करने और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
अतिरिक्त विवरण
आपराधिक इतिहास: गाडे का आपराधिक गतिविधियों का इतिहास रहा है, जिसमें शिरुर, शिकारपुर और अहिल्यानगर पुलिस थानों की सीमाओं में मामले दर्ज हैं। वह डकैती के एक मामले में 2019 से जमानत पर बाहर है और उसे 2024 में चोरी के एक मामले में पुलिस स्टेशन बुलाया गया था।
मांग: पुणे पुलिस ने गाडे की तलाश के लिए 13 टीमें बनाई हैं, जिसमें उसके छिपने के सभी संभावित स्थानों पर विचार किया जा रहा है। अपराध शाखा ने जांच अपने हाथ में ले ली है और कई दिशाओं में टीमें भेजी गई हैं।
जनता का आक्रोश: इस घटना से भारी आक्रोश फैल गया है, विपक्षी दलों ने बस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान परिसर में सुरक्षा कार्यालय में तोड़फोड़ की गई।
सुरक्षा उपाय: सरकार ने आदेश दिया है कि बस स्टेशन पर सभी निजी सुरक्षा गार्डों को बदला जाए और परिवहन मंत्रालय ने एक अलग विभागीय जांच का आदेश दिया है।
पुणे बस बलात्कार मामले ने गंभीर सुरक्षा चिंताओं और क्षेत्र में सख्त कानून प्रवर्तन की आवश्यकता को उजागर किया है। पुलिस आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए लगन से काम कर रही है और जनता और राजनीतिक नेता त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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