Sunday, March 16, 2025

बलूचिस्तान में कार-बस टक्कर में 90 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए।

 रविवार, 16 मार्च, 2025 को बलूचिस्तान में एक पाकिस्तानी सैन्य काफिले पर हुए विनाशकारी हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए, हताहतों की सही संख्या के बारे में परस्पर विरोधी दावे किए जा रहे हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि 90 सैन्यकर्मी मारे गए। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने सात मौतों और 21 घायलों की पुष्टि की है।


यह हमला आरसीडी हाईवे पर हुआ, जहां सात बसों और दो वाहनों का काफिला क्वेटा से ताफ्तान की ओर जा रहा था। एक पाकिस्तानी अधिकारी के अनुसार, बसों में से एक को एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से भरे वाहन ने टक्कर मार दी, जो संभवतः एक आत्मघाती हमला था, जबकि दूसरी बस को रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से निशाना बनाया गया था।


प्रवक्ता ज़ियांद बलूच द्वारा जारी बीएलए बयान में विस्तार से बताया गया कि समूह की मजीद ब्रिगेड ने रखशान मिल के पास एक वाहन-जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (वीबीआईईडी) "फिदाई" (आत्मघाती) हमला किया, जिसमें कम से कम एक बस पूरी तरह से नष्ट हो गई। इसके बाद BLA के फ़तेह दस्ते ने एक अन्य बस में सवार सभी कर्मियों को "व्यवस्थित रूप से मार डाला"।


आधिकारिक प्रतिक्रिया और सैन्य कार्रवाई

हमले के बाद, पाकिस्तानी सेना ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए आर्मी एविएशन हेलीकॉप्टर तैनात किए और क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन लॉन्च किए।

इस हमले ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है, जहाँ BLA पाकिस्तान से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए अपने अभियान में सक्रिय रहा है। BLA का सुरक्षा कर्मियों को निशाना बनाने का इतिहास रहा है, जिसमें एक पिछला बेशर्म हमला भी शामिल है, जहाँ उन्होंने जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन पर कब्ज़ा कर लिया था, जिसके परिणामस्वरूप 21 बंधकों और 33 आतंकवादियों की मौत हो गई थी।


प्रभाव और संदर्भ

BLA, एक अलगाववादी संगठन है, जो बलूचिस्तान में कई हाई-प्रोफाइल हमलों में शामिल रहा है। यह समूह बलूचिस्तान के लिए पाकिस्तान से स्वतंत्रता चाहता है, जो प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध क्षेत्र है, लेकिन अविकसितता और संघर्ष से ग्रस्त है। यह हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण हमला है, जो क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने में पाकिस्तानी सरकार के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करता है।


विरोधाभासी रिपोर्टें

जबकि बीएलए का दावा है कि 90 सैन्यकर्मी मारे गए, आधिकारिक सूत्रों ने केवल सात मौतों और 21 घायलों की पुष्टि की है। रिपोर्ट की गई संख्याओं में विसंगति ऐसी घटनाओं में जानकारी की जटिलता और अक्सर विरोधाभासी प्रकृति को रेखांकित करती है। 16 मार्च, 2025 तक, हमले में मारे गए लोगों की वास्तविक संख्या स्पष्ट नहीं है।


भौगोलिक और सामरिक महत्व

दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में स्थित, बलूचिस्तान ईरान और अफ़गानिस्तान से निकटता के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह प्रांत ग्वादर बंदरगाह का भी घर है, जो चीन की बेल्ट एंड रोड पहल का एक प्रमुख घटक है। सैन्य काफिले पर हमला क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों और क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक परियोजनाओं पर संभावित प्रभाव को उजागर करता है।


बीएलए द्वारा पिछले हमले

बीएलए का पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले करने का इतिहास रहा है। एक उल्लेखनीय घटना में जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन को जब्त करना शामिल था, जो क्वेटा से पेशावर जा रही थी। ट्रेन एक सुरंग में फंस गई थी, और आतंकवादियों ने बलूच राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग की थी। गतिरोध के परिणामस्वरूप 21 बंधकों और 33 आतंकवादियों की मौत हो गई।


निष्कर्ष

16 मार्च, 2025 को बलूचिस्तान में एक पाकिस्तानी सैन्य काफिले पर हुए हमले के परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए और क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। जबकि बीएलए का दावा है कि 90 सैन्यकर्मी मारे गए, आधिकारिक स्रोत कम संख्या की पुष्टि करते हैं। यह घटना बलूचिस्तान में चल रही सुरक्षा चुनौतियों और बीएलए जैसे अलगाववादी समूहों द्वारा उत्पन्न लगातार खतरे को रेखांकित करती है। हेलीकॉप्टरों और ड्रोनों की तैनाती सहित पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया, स्थिति को संबोधित करने के लिए किए जा रहे तत्काल और दीर्घकालिक उपायों को उजागर करती है।

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