पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में रविवार, 13 अप्रैल, 2025 को 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई और सुती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुर इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण रही क्योंकि सुरक्षा बल कड़ी निगरानी रख रहे थे। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। प्रमुख घटनाक्रमों का सारांश: गिरफ्तारियां और छापे: रात भर में 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिससे गिरफ्तारियों की कुल संख्या 150 हो गई। छापेमारी जारी रही और हिंसा की घटनाओं की जांच जारी है। सुरक्षा उपाय: सुरक्षा बल व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं और संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। निषेधाज्ञा और इंटरनेट बंद: हिंसा प्रभावित इलाकों में बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। शांतिपूर्ण क्षेत्र: सुती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुर क्षेत्रों में स्थिति शांतिपूर्ण बताई गई, जहाँ हिंसा की कोई नई घटना नहीं हुई।
उच्च न्यायालय का आदेश: कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश देते हुए कहा कि वह हिंसा पर "आँखें नहीं मूंद सकता"।
मुख्यमंत्री की अपील: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति की अपील की और दोहराया कि राज्य सरकार वक्फ अधिनियम का समर्थन नहीं करती है और इसे लागू नहीं करेगी।
भाजपा का रुख: सुवेंदु अधिकारी सहित भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार की प्रतिक्रिया की आलोचना की है और अन्य प्रभावित जिलों में केंद्रीय बलों की तैनाती की माँग की है।
पृष्ठभूमि: हिंसा और हताहत: शुक्रवार, 11 अप्रैल, 2025 को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें एक पिता और पुत्र सहित तीन लोगों की मौत हो गई, जिनकी हत्या कर दी गई। कम से कम 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई वाहनों को आग लगा दी गई। हिंसा का प्रसार: मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली सहित अन्य जिलों में भी अशांति फैल गई, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस के साथ झड़प की घटनाएं हुईं। सरकार की प्रतिक्रिया: केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए पश्चिम बंगाल के अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की। राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में 23 विशेष अधिकारियों को तैनात किया है और शीर्ष पुलिस अधिकारी राजीव कुमार ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में रूट मार्च किया। वर्तमान स्थिति: शांति और सुरक्षा: रविवार, 13 अप्रैल, 2025 तक, मुर्शिदाबाद में स्थिति शांतिपूर्ण है और सुरक्षा बलों की मजबूत उपस्थिति बनी हुई है। जांच और गिरफ्तारियां: अधिकारी अपनी जांच जारी रख रहे हैं, और अधिक गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। सार्वजनिक अपील: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पुलिस अधिकारियों ने जनता से शांत रहने और सोशल मीडिया पर प्रसारित अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह किया है। यह सारांश पश्चिम बंगाल में वक्फ अधिनियम के विरोध में नवीनतम घटनाक्रमों का एक व्यापक अवलोकन प्रदान करता है, जिसमें हाल की गिरफ्तारियों और प्रभावित क्षेत्रों में वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
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