ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अपने वीज़ा नियमों में कई बदलाव किए हैं, जो 1 जुलाई, 2024 से प्रभावी होंगे। ये बदलाव विभिन्न वीज़ा श्रेणियों को प्रभावित करेंगे, जिनमें छात्र वीज़ा, अस्थायी स्नातक वीज़ा और कामकाजी अवकाश वीज़ा शामिल हैं। यहाँ मुख्य बदलावों और भारतीयों पर उनके प्रभाव का सारांश दिया गया है:
छात्र वीज़ा में बदलाव:
ऑफशोर आवेदन: 1 जुलाई, 2024 से छात्रों को देश के अंदर के बजाय ऑस्ट्रेलिया के बाहर से छात्र वीज़ा के लिए आवेदन करना होगा।
अस्थायी स्नातक वीज़ा धारक: अस्थायी स्नातक वीज़ा रखने वालों को ऑस्ट्रेलिया में लंबे समय तक रहने के लिए नौकरी के अवसरों की तलाश करनी होगी। अध्ययन के बाद काम करने के अधिकार कम होंगे, साथ ही अंग्रेज़ी भाषा की सख्त ज़रूरतें होंगी।
कुछ वीज़ा धारक: विज़िटर और अस्थायी स्नातक वीज़ा सहित कुछ वीज़ा धारकों को अब ऑस्ट्रेलिया में रहते हुए छात्र वीज़ा के लिए आवेदन करने की अनुमति नहीं होगी।
भारतीयों पर प्रभाव:
भारतीय छात्र: ऑफशोर आवेदनों में बदलाव के कारण भारतीय छात्रों को अपने वीज़ा आवेदनों की योजना तदनुसार बनानी पड़ सकती है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऑस्ट्रेलिया में अपनी पढ़ाई शुरू करने से पहले उनके पास आवेदन करने और वीज़ा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त समय हो।
अस्थायी स्नातक वीज़ा धारक: अस्थायी स्नातक वीज़ा रखने वाले भारतीय स्नातकों को अध्ययन के बाद काम के अधिकार के लिए अपनी पात्रता बनाए रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया में लंबे समय तक नौकरी के अवसरों की तलाश करनी होगी। उन्हें अंग्रेजी भाषा की सख्त आवश्यकताओं को भी पूरा करना होगा।
अन्य परिवर्तन:
विशेषज्ञ कौशल: ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने एक नई वीज़ा श्रेणी, विशेषज्ञ कौशल शुरू की है, जो प्रौद्योगिकी और हरित ऊर्जा उद्योगों जैसे क्षेत्रों में कौशल वाले उच्च आय वाले पेशेवरों के आवेदनों को तेज़ी से ट्रैक करती है।
मुख्य कौशल: एक नई वीज़ा श्रेणी, मुख्य कौशल, कमी वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करती है, आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाती है और नियमित रूप से अपडेट किए जाने के लिए डिज़ाइन की गई व्यवसाय सूची बनाती है।
आवश्यक कौशल: आवश्यक कौशल श्रेणी वृद्ध देखभाल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कम वेतन वाले श्रमिकों को लक्षित करती है, इन श्रमिकों को ऑस्ट्रेलिया में काम करने का मार्ग प्रदान करती है।