केरल के वायनाड जिले में मंगलवार, 30 जुलाई, 2024 की सुबह तीन बड़े भूस्खलन के बाद कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। भारी बारिश के कारण मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही हुई और सड़कें अवरुद्ध हो गईं।
बचाव प्रयास
बचाव अभियान जारी है, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर सहित कई एजेंसियां शामिल हैं। बचाव प्रयासों में सहायता के लिए भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने राहत कार्यों के समन्वय के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।
हताहत और क्षति
रिपोर्टों के अनुसार, 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं और चाय बागानों के कई श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है। भूस्खलन ने प्रभावित क्षेत्र को पास के चूरलमाला शहर से जोड़ने वाले मुख्य पुल को नष्ट कर दिया है, जिससे बचाव प्रयास चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
प्रधानमंत्री का आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की है और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
कांग्रेस नेता का बयान
कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने आपदा पर गहरा दुख व्यक्त किया है, शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और फंसे हुए लोगों के सुरक्षित बचाव की उम्मीद जताई है।
स्थिति अपडेट
मृतकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि बचाव दल जीवित बचे लोगों की तलाश जारी रखे हुए हैं। भारी बारिश अभी भी क्षेत्र को प्रभावित कर रही है, जिससे बचाव अभियान में बाधा आ रही है। स्थिति गंभीर बनी हुई है, सैकड़ों लोगों के फंसे होने और कई के घायल होने की आशंका है।
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