श्रीनगर के व्यस्त बाजार में ग्रेनेड हमले के बाद, जिसमें 12 लोग घायल हो गए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सुरक्षा बलों से कड़ी अपील की। एक ट्वीट में, उन्होंने "सबसे कड़े शब्दों" में हमले की निंदा की और घायलों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
**सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का आह्वान**
अब्दुल्ला ने सुरक्षा तंत्र से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द हमलों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करें, ताकि लोग बिना किसी डर के रह सकें। उन्होंने श्रीनगर के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया, खासकर बाजार जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्रों में जहां हमला हुआ।
**सुरक्षा बलों के लिए समर्थन**
पूर्व मुख्यमंत्री ने हमले का जवाब देने में सुरक्षा बलों द्वारा दिखाई गई बहादुरी और पेशेवरता की प्रशंसा की। उन्होंने क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए उनके अथक प्रयासों को स्वीकार किया और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उनके मिशन में उनका समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
**आतंकवाद की निंदा**
अब्दुल्ला ने आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की और इसे "बहुत परेशान करने वाला" बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभ्य समाज में हिंसा के ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है और आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
**नागरिकों से अपील**
अपने ट्वीट में अब्दुल्ला ने श्रीनगर के नागरिकों से शांत रहने और इस घटना को अपने दैनिक जीवन में बाधा न बनने देने की अपील की। उन्होंने उनसे सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने में मदद करने के लिए कोई भी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।
**मुख्य उद्धरण**
* "मैं इस निंदनीय हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ। मृतकों को जन्नत में जगह मिले और घायलों को पूरी तरह से और जल्दी ठीक होने की कामना करता हूँ।" - उमर अब्दुल्ला का ट्वीट
* "सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द हमलों की इस लहर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि लोग बिना किसी डर के अपना जीवन जी सकें।" - उमर अब्दुल्ला का ट्वीट
**पृष्ठभूमि**
श्रीनगर के बाजार में ग्रेनेड हमला रविवार, 3 नवंबर, 2024 को भारी सुरक्षा वाले पर्यटक स्वागत केंद्र (टीआरसी) के पास हुआ। यह घटना श्रीनगर के खानयार इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष पाकिस्तानी कमांडर को मार गिराए जाने के एक दिन बाद हुई है।
**प्रतिक्रियाएँ**
इस हमले की राजनेताओं, नागरिक समाज के नेताओं और आम नागरिकों सहित विभिन्न हलकों से व्यापक निंदा हुई। जम्मू और कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति, भारतीय जनता पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों ने भी हमले की निंदा करते हुए बयान जारी किए।
**सुरक्षा प्रतिक्रिया**
सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है और स्थिति नियंत्रण में है।
**जारी प्रयास**
सरकार और सुरक्षा बल क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। श्रीनगर के लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना अधिकारियों को देने का आग्रह किया जाता है।
**निष्कर्ष**
उमर अब्दुल्ला की सुरक्षा बलों से अपील श्रीनगर के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता की याद दिलाती है। हमले की उनकी निंदा और सुरक्षा बलों के प्रति समर्थन की अभिव्यक्ति आतंकवाद का मुकाबला करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। जैसे-जैसे स्थिति सामने आ रही है, सतर्क रहना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मिलकर काम करना आवश्यक है।
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