कोविड-19: भारत में मामले 6,800 के पार, कर्नाटक और गुजरात में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले; 24 घंटे में तीन मौतें
नई दिल्ली, 11 जून, 2025: भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 324 नए मामले सामने आने के साथ देश में सक्रिय मामलों की संख्या 6,800 को पार कर गई है। इस दौरान तीन मौतें भी हुई हैं। कर्नाटक और गुजरात सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से हैं, जबकि केरल में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं।
कर्नाटक और गुजरात में बढ़ते मामले
कर्नाटक में पिछले 24 घंटों में 136 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 423 हो गई। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में गहन निगरानी और जांच बढ़ा दी गई है। गुजरात में भी 129 नए मामले सामने आए, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या 980 हो गई। गुजरात में हल्के लक्षणों वाले ओमिक्रॉन एलएफ.7.9 और एक्सएफजी सब-वेरिएंट के मामले देखे जा रहे हैं।
केरल हॉटस्पॉट बना
केरल में सक्रिय मामले 2,053 तक पहुंच गए हैं, जो देश में सबसे ज्यादा हैं। पिछले 24 घंटों में यहां 96 नए मामले दर्ज किए गए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण और पिछले संक्रमण से प्राप्त प्रतिरक्षा समय के साथ कमजोर हो रही है, जिससे दोबारा संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
मृत्यु दर और जोखिम
पिछले 24 घंटों में तीन मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से एक दिल्ली, केरल और झारखंड से हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 के कारण होने वाली मौतें ज्यादातर उन लोगों में देखी जाती हैं जिन्हें पहले से ही कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग या फेफड़ों की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सतर्कता
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। 2 और 3 जून को नई दिल्ली में तकनीकी समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं, जिसमें आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
वायरस का नया वैरिएंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ओमिक्रॉन के नए उप-वैरिएंट को 'निगरानी में रखा गया वैरिएंट' के रूप में चिह्नित किया है। भारत में तमिलनाडु से इस वैरिएंट का एक नमूना INSACOG को भेजा गया है। हालांकि, अधिकांश मामले हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है।
सावधानियां और सुझाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और समय-समय पर जांच कराने की सलाह दे रहे हैं। केंद्र सरकार ने देश भर के अस्पतालों की तैयारियों का आकलन करने के लिए मॉक ड्रिल शुरू कर दी है।
No comments:
Post a Comment